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पेटलावद – आचार्य श्री उमेश मुनि अणु की 91 वी जन्म जयंती स्मरण समारोह के रूप में मनाई, कई तरह के तप-जप व धार्मिक अनुष्ठान भी हुए

पेटलावद। आचार्य श्री उमेश मुनि अणु की 91 वी जन्म जयंती श्री संघ पेटलावद में दो दिवसीय स्मरण समारोह के रूप में मनाई गई। दोनो दिन कई तरह के तप जप व धार्मिक अनुष्ठान भी हुए तथा नवकार मंत्र के जाप स्तवन सामायिक प्रतिक्रमण संवर पौषध उपवास एकासना आदि की आराधना हूई। जन्म दिवस अमावस्या को जाप अणु चालीसा का पाठ व गुणानुवाद के साथ मनाया गया। रावटी से पधारे स्वाध्याय मोहनलाल मेहता ने दोनों दिन सारगर्भित उदबोधन दिया। मेहता ने कहा आचार्य श्री जैसे लोगों के गुणानुवाद का सौभाग्य असीम पुण्योदय से मिलता है आपने जो मोक्ष पुरुषार्थ ग्रन्थ की रचना की है वह जैन समाज के सभी संप्रदाय में आदर के साथ पढ़ी जाती है साथ ही हर संप्रदाय के बैरागी को संत गण इस पुस्तक को पढ़ने का निर्देश भी देते हैं। आगम रूप साहित्य हमें में आज सहज रूप से उमेश मुनि जी जैसी गुरु परंपरा की वजह से ही मील पा रहा है। आचार्य श्री कहते थे हमें धर्म सुख पाने व दुख मिटाने के लिए नहीं अपितु जन्म मरण के चक्र से मुक्त होने के लिए करना चाहिए।

श्री संघ अध्यक्ष अनोखी लाल मेहता ने कहा गुरुदेव सदैव समाज के आध्यात्मिक उत्थान के बारे में ही सोचते थे। आपने जीवन भर आध्यात्म में रमण किया व श्रेष्ठ साहित्य सर्जन में ही अपना बहुमूल्य समय बिताया। हर श्रीसंथ व शिष्य उनके साथ चातुर्मास की इच्छा रखते थे। जो भी उनके संपर्क में आया उसने अपने जीवन में स्मरणीय परिवर्तन पाया। वह अपने शिष्यों को जो भी हित शिक्षा देना होती थी बहुत ही सरल व मर्मस्पर्शी भाव से देते थे। उन्होंने कभी भी श्रावको को किसी ग्रंथि में नहीं उलझने दिया वे पद प्रतिष्ठा से सदैव निर्लिप्त रहे। पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र कटकानी ने कहा उनकी कृपा हम पर सदैव बरसती रहती है उनका साहित्य पढ़कर हमें अपने जीवन को मंगलमय बनाना है। श्री संघ प्रवक्ता जितेंद्र मेहता ने कहा हम उनके जैसे तो नहीं बन सकते हैं पर उनके बताए मार्ग पर चलकर अपने जीवन का उत्थान कर सकते हैं।

स्वाध्याय सोहनलाल चाणोदीया ने कहा कबीर रैदास कालिदास आदि महापुरुष हमारे बीच से चले गए पर उनकी रचनाएं आज भी हमारे बीच में उपस्थित है ऐसे ही आचार्य श्री उमेश मुनि जी भी अपने साहित्य की वजह से हमारे बीच में उपस्थित हैं। श्रीमती वंदना सोलंकी ने स्तवन सखी झाडमता करुणा वह दीपांशी भंडारी व बहु मंडल ने समूह गान प्रस्तुत किया। संचालन कर रहे राजेंद्र कटकानी ने कहा की अपार भक्तों की भीड़ में भी गुरु देव आत्मा रमण में मस्त रहते थे। सभा में श्री संघ कोषाध्यक्ष विमल भंडारी नरेंद्र मोदी चंदन मल चाणोदीया, सुरेश सोलंकी, कांतिलाल झाडमता, मणिलाल मेहता, अशोक मेहता, हस्तीमल बाफना, मांगीलाल राठौड़, चंदना श्राविका संगठन उपाध्यक्ष मधु मेहता महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती आजाद भंडारी, बहु मंडल अध्यक्ष अनिता भंडारी आदि कई श्रावक श्राविका उपस्थित थे। दो दिनों में राईसी देवसी प्रतिक्रमण नवकार मंत्र के जाप उमेश चालीसा का पाठ संवर पौषध उपवास एकासना आदि की बड़ी संख्या में आराधना श्रावक श्राविकाओं कि उपस्थिति में श्रीसंघ में संपन्न हुई।

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