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राजगढ़ – घर के बाहर खेल रही 7 साल की मासूम पर श्वान का हमला, परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, गाल पर घाव होने के कारण लगाए 12 टांके

राजगढ़। जिले में सड़कों पर घूमने वाले आवारा श्वान के हमले रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं, मासूम बच्चों को श्वान लगातार अपना शिकार बनाकर गंभीर घायल कर रहे है।
दत्तीगांव क्षेत्र में घर के आंगन में खेल रही 7 साल की मासूम को आवारा श्वान ने हमला कर गंभीर घायल कर दिया है। हालांकि परिजनों ने ही मासूम बच्ची को श्वान से बचाया व तुरंत ही उपचार के लिए गांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरदारपुर लेकर पहुंचे, यहां पर डॉक्टर ने बच्चीं को प्राथमिक उपचार दिया हैं, जिसके बाद परिजन ही बच्चीं को अपने साथ गांव लेकर लौट गए है।

जानकारी के अनुसार दत्तीगांव क्षेत्र के ग्राम महापुरा में कुत्ते ने बच्ची पर हमला किया है। 7 वर्षीय बालिका सुमन पिता करण घर के बाहर खेल रही थी तभी अचानक श्वान ने बालिका पर हमला कर दिया। श्वान ने बच्चीं के गाल को पकड़ने की कोशिश की थी, जिसके कारण ही बच्चीं सुमन के गाल पर गंभीर घाव हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर नितिन जोशी ने चर्चा में बताया कि श्वान ने बच्ची पर बुरी तरीके से हमला किया था, किंतु बच्ची अचानक कुत्ते के हमले से बच गई। हालांकि चेहरे पर हमले के कारण घाव होने पर करीब 12 टांके लगाए गए है। परिजनों ने डॉक्टर को बताया कि बालिका घर के बाहर ही खेल रही थी तभी श्वान ने हमला किया था।

सरकारी आदेश पर नहीं हुआ काम –
धार जिले में 21 जनवरी 2022 को ग्राम पाडल्या निवासी चार वर्षीय नंदिनी पिता राजेंद्र को कुत्तों ने नोच दिया था, बच्चीं की मौत के बाद प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने दुख जताते हुए जिले के सभी नपा व नपं अधिकारियों को निर्देश दिए थे, कि इस प्रकार की घटना पुन नहीं होना चाहिए। इसके लिए व्यापक स्तर पर श्वान को पकडने के साथ ही नसबंदी अभियान चलाया जाए। किंतु धार सहित ग्रामीण स्तर पर इस और कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिसके कारण ही स्थिति बिगडी हुई है। धार शहर में 3 मार्च की रात्रि से लेकर 4 मार्च को जिला अस्पताल में श्वान के हमले से घायल करीब 22 लोग पहुंचे थे, किंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई। पशु चिकित्सक डॉ सुनील कुमार मोदी ने बताया कि लावारिस कुत्तों की बढ़ती जनसंख्या, खानपान की कमी व तनाव के कारण श्वान हमलावर होते हैं, गर्मी के समय में श्वान की जनसंख्या भी बढ जाती हैं।

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