राजगढ़। माछलिया घाट पर डकैती एवं लूटपाट की योजना बनाते हुए राजगढ़ थाना पुलिस टीम ने एक बाल अपचारी सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही मौके से 5 आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने 2 बाइक भी जप्त की है।
दरअसल धार एसपी मनोज कुमार सिंह एवं एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार के निर्देशन में जिले में लगातार संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु सघन रात्रि गश्त एवं हाईवे पेट्रोलिंग पुलिस द्वारा की जा रही है।
इसी के तहत पुलिस को 27 जुलाई को राजगढ़ थाना क्षेत्र के इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन स्थित माछलिया घाट में डकैती की योजना बनाने की मुखबीर की सूचना प्राप्त हुई। एसडीओपी सरदारपुर आशुतोष पटेल के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी संजय रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम माछलिया घाट पहुंचजी एवं पुलिस बल द्वारा तीन टीमें बनाकर घेराबंदी करते हुए आरोपी खेलसिंह पिता प्रताप उम्र 50 साल, मुकेश पिता नाथू उम्र 19 साल दोनों निवासी बड़ा माछलिया एवं एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया गया।
जिनके पास से धारदार हथियार, लाठी-डंडे, हेकड़ी, लोहे का सरिया एवं 2 बाइक जप्त की गई। इस दौरान मौके से आरोपी बदरू पिता प्रताप, नाथू पिता प्रताप, हक्का उर्फ हाकम पिता जयराम, बालू पिता बेलसिह सभी निवासी बड़ा माछलिया एवं मोहनसिंह पिता मुनसिंह निवासी डुगलापानी फरार हो गए।
फरार आरोपियों की तलाश जारी-
राजगढ़ थाना प्रभारी संजय रावत ने बताया कि आरोपियों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है तथा फरार आरोपीगण की तलाश जारी हैं। गिरफ्तार आरोपियों से अन्य घटनाओं में संलिप्तता के संबंध में पुछताछ की जा रही हैं। गिरफ्तार आरोपी खेलसिंग पिता प्रताप के विरुद्ध झाबुआ के कोतवाली थाना, राणापुर थाना एवं मेघनगर थाने पर विभिन्न अपराध दर्ज हैं।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम –
सरदारपुर एसडीओपी आशुतोष पटेल
आरोपियों द्वारा मछलिया घाट से निकलने वाले बड़े ट्रक एवं चार पहिया वाहनों पर हेकड़ी, सरिया एवं रस्सी से तिरपाल काटकर ट्रकों से सामान निकाला जाता था एवं चलते वाहनों से सामान नीचे फेंका जाता था। जिससे दोपहिया वाहनों के माध्यम से ले जाकर उनके अन्य साथियों द्वारा जंगल में छुपा दिया जाता था।
इनका रहा योगदान –
आरोपियो को गिरफ्तार करने में राजगढ़ थाने के उप निरीक्षक निहालसिंह दंडोतिया व अशोक शर्मा, सहायक उप निरीक्षक सुनील राजपूत, प्रधान आरक्षक विपिन कटारा व प्रेमपाल, आरक्षक बंशी बेनल, दिलीप डुडवे, श्यामू राजावत, मुनसिंह मेडा, राकेश व अमित बामनिया का योगदान रहा।