सरदारपुर। विधानसभा चुनाव का निर्वाचन सरदारपुर विधानसभा में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के बाद जहां प्रशासन ने राहत भरी सांस ली है। एक माह से प्रशासनिक अमला दौड़ भाग कर चुनावी तैयारी में व्यस्त था। वैसे यदि किसी भी टीम का सेनापति यदि मजबूत हो तो किसी भी रण की सफलता में संदेह नही किया जा सकता है।
सरदारपुर तहसील में चुनाव की सारी व्यवस्था युवा एसडीएम राहुल चौहान एवं एसडीओपी आशुतोष पटेल के कंधो पर ही थी। दोनों युवा अधिकारियों का प्रशासनिक सेवा में अभी कोई ज्यादा लंबा अनुभव नहीं है। लेकिन सरकारी नौकरी मे इन दोनो अधिकारियों का महज पांच साल का कार्यकाल ही पूरा हुआ है लेकिन इन पांच सालो मे इन अधिकारियों ने कई चुनौतीपूर्ण कार्यो को सफलता के साथ पूरा किया है।
एसडीएम राहुल चौहान ने जहां सरदारपुर तहसील में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, निकाय चुनाव एवं विधानसभा चुनाव में बतौर रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर सारी जवाबदारी संभाली, वही एसडीओपी आशुतोष पटेल का सरदारपुर तहसील में करीब 6 माह का का कार्यकाल हुआ होगा। उनके नेतृत्व काल में अनुभाग में यह पहला चुनाव था। लेकिन पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के चलते पूरे चुनाव के दौरान कानून व व्यवस्था के साथ शांतिपूर्ण स्थिति देखने को मिली।
एसडीएम राहुल चौहान एवं एसडीओपी आशुतोष पटेल के बारे में कहा जाता है की दोनों अधिकारी हंसमुख होने के साथ शांतप्रिय रहते है। कभी भी अपने आप पर दबाव को हावी नहीं होने देते है। यही कारण है की दोनो युवा अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर कभी भी अफसरी वाला रौब नहीं दिखाया बल्कि एक परिवार एवं मित्र की भांति अपनी टीम को संगठित रखा है।
एसडीएम राहुल चौहान ने बतौर रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर पूरी चुनावी व्यवस्था को लेकर आचार संहिता के पहले ही पेपर वर्क कर लिया था। उसी के आधार पर अपनी टीम को गाइड किया। यही नहीं इस बार महाविद्यालय परिसर से जब मतदान दलों को सामग्री का वितरण किया जा रहा था। तब उन्हे सेक्टर वाइज सामग्री वितरण की जमावट करवाई जिसके चलते 273 बूथों पर तैनात होने वाले कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पडा। मतदान से लेकर सामग्री जमा होने तक एसडीएम राहुल चौहान ने राहत की सांस नहीं ली बल्कि हर पल का अपडेट टीम से लेकर उन्हे गाईड करते रहे। शांतिपूर्ण व निर्विघ्न मतदान के बाद इन दोनों युवा अधिकारियों की क्षेत्र में प्रशंसा हो रही है।