धार। बेरोजगार युवाओं को पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर हुई लाखों रुपए की धोखाधडी के प्रकरण में फरार आरोपी को नौगांव पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ओंकार पिता श्याम लाल निवासी झाबुआ प्रकरण दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा था, इस दौरान आरोपी के भोपाल में होने की जानकारी मिली। ऐसे में साइबर क्राइम ब्रांच टीम की मदद लेकर नौगांव पुलिस की एक टीम भोपाल पहुंची व आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 जनवरी 2021 को पीडित किशोर पिता पोपडिया चंदाना की मुलाकात मनीष नाम के व्यक्ति से हुई थी।आरोपी ने अपनी पहचान सांसद व एसपी से होने की बात किशोर सहित उसके दोस्तों को बताई थी। इसी पहचान के आधार पर पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के एवज में आरोपियों ने प्रत्येक व्यक्ति से पांच-पांच लाख रुपए की डिमांड की तथा इन रुपयों को भी किस्तों में देने की बात कही, ताकि भोपाल से नौकरी लगने पर रुपए धीरे-धीरे रुपए लिए जाएंगे।
आरोपियों ने पीड़ित किशोर से 1 लाख 50 हजार नगद सहित तीन चेक, सुनिल जाटव से 80 हजार नगद, फोन-पे पर 50 हजार, सुनिल जाट से 1 लाख 10 हजार नगद, 30 हजार फोन पे व मोहित जाट से 80 हजार नगद सहित फोन पे पर 60 हजार रुपए व चेक लिए थे। पीड़ितों ने पहले एक आवेदन सौंपा था। जिसकी शुरुआती जांच के बाद 30 अगस्त 2023 को नौगांव पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था।
नोगांव थाना प्रभारी सविता चौधरी के अनुसार धोखाधडी के प्रकरण में एक आरोपी को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था, किंतु आरोपी ओंकारलाल फरार हो गया था। धोखाधडी के दौरान ओंकार को ही भोपाल में पीडित युवकों से मिलवाया गया था, इसके माध्यम से ही नौकरी लगवाने की बात युवकों को कही गई थी।
आरोपी को अरेस्ट करने के बाद कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से दो दिन का रिमांड भी पुलिस को मिला है। अब आरोपी की बैंक डिटेल भी पुलिस खंगालेगी।