नई दिल्ली। अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद, सबरीमाला मंदिर में दस से पचास वर्ष की महिलाओं के प्रवेश का मामला, राफेल लड़ाकू विमान सौदा, देश के प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना और भारत के प्रधान न्यायाधीश के दफ्तर में सूचना का अधिकार लागू होने का मुद्दा पांच ऐसे ज्वलंत मामले हैं जिन पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। ये पांचों ऐसे मामले हैं जिनका बड़ा प्रभाव दिख सकता है। इन पांचों मामलों की सुनवाई भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने की है। भारत के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं। ऐसे मे छुट्टियां निकाल दी जाए तो जस्टिस गोगोई के पास इन मामलों में फैसला सुनाने के लिए मात्र चार कार्यदिवस बचे हैं। वैसे तो भारत के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई के सेवानिवृत होने में अभी कुल 11 दिन बाकी हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सूची के मुताबिक गुरुवार को इनमें से किसी भी मामले में फैसला नहीं आ रहा है ऐसे में इन मुकदमों के फैसले के लिए मात्र चार कार्यदिवस बचे हैं। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश या मुख्य न्यायाधीश कार्यदिवस पर ही मुकदमों की सुनवाई करें या फैसला सुनाएं, लेकिन सामान्यतौर पर कोर्ट कार्यदिवस पर ही फैसले सुनाता है।
सुप्रीम कोर्ट से चार दिन में आएंगे देश के पांच बड़े फैसले, 17 नवंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई
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