राजगढ़। श्री राजेंद्रसूरिश्वर म.सा. की पाट परंपरा में आचार्य बनने के बाद पहली बार नवीन आचार्यश्री हितेषचंद्र सूरीश्वर म.सा. का भव्य मंगल प्रवेश 1 मई को नगर में होगा। इसके लिए नगर के त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ ने कड़ौदकला पहुंचकर आचार्यश्री से नगरागमन की विनती की थी। इस पर आचार्य श्री ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हुए 1 मई को प्रवेश का मुहूर्त प्रदान कर दिया। इस अवसर पर आचार्य श्री का भव्य मंगल प्रवेश होगा और नगर के प्रमुख मार्गों से समाजजनों द्वारा चल समारोह निकाला जाएगा। अनेक धार्मिक आयोजन भी होंगे। आचार्य श्री के मंगल प्रवेश को लेकर स्वागत की तैयारियां श्री संघ प्रारंभ कर चुका है।
नगर परिषद उपाध्यक्ष दीपक जैन ने बताया कि त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष मणीलाल खजांची के नेतृत्व में त्रिस्तुतिक जैनश्रीसंघ का प्रतिनिधि मंडल आचार्यश्री से विनती करने के लिए शनिवार कड़ौदकला पहुंचा। यहां पर आचार्यश्री के दर्शन-वंदन किए एवं गुरु वंदन की क्रिया अनिल खजांची ने कराई।
इसके पश्चात श्रीसंघ ने आचार्यश्री से आग्रह किया कि वे आचार्यश्री की पदवी ग्रहण करने के पश्चात पहली बार इस क्षेत्र में पधार रहे हैं, इसलिए श्रीसंघ का आग्रह है किया कि वे नगर में पधारकर अपनी जीनवाणी से श्रीसंघ के सदस्यों को लाभान्वित करे। इस पर आचार्यश्री ने कहा कि राजगढ़ नगर गुरुदेव की पुण्यस्थली है। वहां आ कर उस पुण्य भूमि के दर्शन-वंदन करने की इच्छा मेरे मन में भी है। 1 मई को मुनिमंडल सहित राजगढ़ पहुंचकर पुण्यधरा के दर्शन करेंगे।
सुबह 9 बजे होगा मंगल प्रवेश –
दीपक जैन ने बताया कि आचार्य श्री मुनि मंडल सहित प्रातः 9 बजे नगर के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने से नगर में प्रवेश करेंगे। यहां पर आचार्य श्री की अगवानी समाज के विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा व वरिष्ठ समाज जनों द्वारा की जाएगी। यहां से आचार्य श्री का चल समारोह आरंभ होगा जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए श्री राजेंद्र भवन स्थित गुरुदेव की पुण्य भूमि पहुंचेगा। यहां पर धर्म सभा का आयोजन भी होगा।
ये पहुंचे थे विनती के लिए –
आचार्यश्री से विनती करने के लिए त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष मणीलाल खजांची, बसंतीलाल मेहता, छोटेलाल मामा, मनीष चाइस, भूपेेंद्र काकरिया, सुनील बाफना, पारस कांकरिया, नगर परिषद उपाध्यक्ष दीपक जैन, राकेश रायली, ऋषभ बाफना, संतोष पीपाड़ा, अनिल खजांची, संतोष चत्तर, रमेश चंडालिया, सुभाष चत्तर, कैलाश सेठ पीपलीवाले आदि पहुंचे थे। दीपक जैन ने बताया कि सकल जैनश्रीसंघ के लिए त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ की ओर से नवकारसी एवं स्वामीवात्सल्य का आयोजन भी होगा।