सुमित राठौड़, झाबुआ। जिले की पत्रकारिता के भीष्म पितामह एवं अपनी पैनी कलम के धनी स्व.श्री यशवंतजी घोडावत की षष्टम पुण्यतिथि एवं जिले भर के पत्रकारों का महासम्मेलन जिला पत्रकार संघ झाबुआ द्वारा 20 जनवरी को ग्राम बामनिया में आयोजित किया गया ।आयोजन में महात्मा गांधी विश्व विघालय वर्धा ,महाराप्ट्र के निदेशक श्री वृषभप्रसादजी जैन , दैनिक प्रजातंत्र इन्दौर के सम्पादक श्री पंकजजी मुकाती ,रतलाम के साहित्यकार श्री आशीपजी दशोत्तर , रतलाम के वरिष्ठ पत्रकार श्री विष्णुजी वैरागी ,विधायक प्रतिनिधि श्री नरेन्द्रपालसिंहजी सलुनिया , समाजसेवी श्री अब्दुल कययूम शेख एवं ग्रामपंचायत बामनिया की सरपंच श्रीमती रामकन्या मखोड ,माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित थे । आयोजन में झाबुआ जिले के विभिन्न ग्रामों के लगभग 250 से अधिक पत्रकारगण उपस्थित हुए ।
आयोजन के आरंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन कर किया ।साथ ही अतिथियों द्वारा स्व.श्री यशवंतजी घोडावत के छायाचित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित श्रद्वासुमन अर्पित किए ।
अतिथियों का पुष्पमालाओं से स्वागत जिलाध्यक्ष श्री संजय भटेवरा ,संरक्षक श्री मनोज चतुर्वेदी, महासचिवद्वय श्री राजेश सोनी एवं श्री अक्षय भटट, युवा जिलाध्यक्ष श्री लोकू परिहार ,पेटलावद तहसील अध्यक्ष श्री मोहन पडियार , बामनिया नगर अध्यक्ष श्री सत्यनारायणसिंह गौड एवं बामनिया,पेटलावद,रायपुरिया,बनी ,झकनावदा,थांदला,थांदलारोड,मेघनगर,रंभापुर, मदरानी,काकनवानी,झाबुआ,पिटोल,पारा,राणापुर,कुंदनपुर,करवड,सारंगी, बरवेट, जामली ,आदि जिला पत्रकार संघ की सभी इकाईयों से आए हुए पत्रकारों ने पुष्पमालाओं से किया ।
आयोजन में स्वागत भाषण देते हुए जिलाध्यक्ष संजय भटेवरा ने कहा कि घोडावतजी हमारे आदर्श थे जिन्होंने गांव गांव में पत्रकारों की एक बडी फौज तैयार की और उन्हें पत्रकारिता के सभी सारगर्भित गुण दोषों से परिपक्व किया। घोडावतजी जिले की पत्रकारिता के चलित विश्वविघालय के प्रोफेसर थे और जिले के पत्रकार उन्हीं के मार्ग पर चलकर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे है साथ ही मंच के माध्यम से पत्रकारिता को संविधान में संशोधन कर चैथे स्तम्भ का दर्जा दिए जाने की मांग सरकार से की। जिले के किसी भी पत्रकार साथी को अनावश्यक रूप से यदि किसी के द्वारा प्रताडित किया जाता है तो जिला पत्रकार संघ उस पत्र.कार साथी के साथ सदैव खडा रहेगा।
आयोजन के अतिथि प्रो. श्री वृषभप्रसादजी जैन ने कहा कि भारत में 1600 भाषा ,उसमें से मात्र 26 भाषाओं के पास ही अपनी लिपी बची हुई है ।यह बहुत चिंता का विषय है। बाकी भाषाओं के तेजी विलुप्ती की ओर अग्रसर होने के खतरे के प्रति स्वंय संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी आगाह करते हुए कहा कि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो एक दशक में शेष 26 भाषाओं की लिपियां भी खत्म होने की कगार पर है।आज हिन्दी प्रदेशों में भी हिन्दी का उपयोग नहीं किया जा रहा है।मालवा में मालवी ,नागपुर में नागपुरिया हिन्दी आदि का प्रयोग प्रायःबंद हो गया है। आज हिन्दी की जो स्थिति बनती जा रही है उसके लिए प्रमुख हिन्दी दैनिक भी कम जवाबदार नहीं है । उनमें भी हिन्दी की बजाए अंग्रेजी का धडल्ले से प्रयोग हो रहा है ।अखबारी क्षेत्र में भी हालत बहुत चिंताजनक बनी हुई है।सम्पादक कोई है और संपादकीय कोई ओर लिख रहा है। कई सम्पादक स्वंय सम्पादकीय ना लिखकर पैसे देकर संपादकीय लिखवा रहे है ।जो कि बहुत चिंता का विषय है। आज के हिन्दी अखबारों में रचनाधर्मिता का सर्वथा अभाव देखा जा रहा है।रिर्पोटिंग,संपादकीय,आलेख,व्यापार और खेल पृष्ठ की भाषाशैली ,रचनाधर्मिता में अंतर करना ही मुश्किल हो गया है ।जबकि यह अलग होना चाहिए ।
सम्पादक श्री पंकजजी मुकाती ने कहा कि यशवंतजी घोडावत निश्चित ही पत्रकारिता के विश्वविघालय थे। उनका नेटवर्क बहुत ही व्यापक था। उनके खबरों के स्त्रोत बहुत ही व्यापक थे।यही कारण कि उन्हें अपने कार्यालय में बैठे बैठे ही अपने सम्पर्क सूत्रों के माध्यम से खबरें और ऐसी भीतर की खबरें मिल जाया करती थी जो वहां मौजूद खबरनवीस को भी नहीं मिलती थी।
साहित्यकार श्री आशीषजी दशोत्तर ने कहा कि आज अखबरों का आवरण पत्रकारों का आचरण और भााषा की व्याकरण ही बदल गई है।हर पत्रकार को संशयकारी खबरों से बचना चाहिए ।खबर लिखते समय खबर के मामले में कोई संशय उत्पन्न होता है तो उसे लिखने के बजाए उसे ना लिखना ही श्रेयस्कर है।
स्तंम्भकार और बेबाक लेखनी के धनी श्री विष्णु वैरागी ने कहा पत्रकार को हमेशा एक सजग ,प्रखर,निर्भिक ,निष्पक्ष की भूमिका में रहना चाहिए ।पत्रकार को अच्छे कार्य की खुलकर प्रशंसा भी करना चाहिए और दोपित कार्यो और जनहितैषी कार्य न करने पर प्रतिपक्ष की भूमिका भी अदा करना चाहिए ।
आयोजन में विधायक प्रतिनिधि श्री नरेन्द्रपालसिंह सलुनिया , सरंपच श्रीमती रामकन्या मखोड अभिभाषक एवं सम्पादक श्री मुकुल सक्सेना ,वरिष्ठ पत्रकार श्री दौलत भावसार ने भी सम्बोधित किया ।
वरिष्ठ पत्रकार श्री हेमंत चैपडा ने कहा कि आज के जमाने में अपने गुजर गए पिता तो ठीक मौजूद पिता को भी कोई याद नहीं करता है।ऐसे में जिले की पत्रकारिता के पितृपुरूष के देहावसान के 6 वर्ष बाद भी ससम्मान स्मरण करना प्रशंसा की बात है।इसके लिए जिला पत्रकार संघ बधाई का पात्र है। मां सरस्वती, ईमानदारी ,समर्पण निष्ठा से पत्रकारिता करने वाले को सम्मानित करती है ,शिखर पर भी पहुंचाती है।व इसका दुरूप्योग लक्ष्मी की गोद में बैठना ,वासनाओं का शिकार होना से कलंकित भी करती है । इसके सदुपयोग से कई शिखर पर पहुंचे है और दुरूपयोग करने वाले कई सम्पादकों को आत्महत्याऐं भी करना सम्मान है। हम यहां से यह अहम लेकर न लौटे पर यह सत्य है कि हर युग में विद्वता का ही सम्मान होता है ,बशर्ते ईमानदारी निष्ठा से मां सरस्वती के वरदान का उपयोग करें ।
वरिष्ठ पत्रकार श्री ओमप्रकाशजी भटट ने यशवंतजी घोडावत के प्रति अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि वे एक फक्कड,मस्तमौला,दबंग साहसिक पत्रकार थे । उन्होंने न केवल पत्रकार बनाए बल्कि उन्हें साहसिक और जुझारू भी बनाया । वे साहस और हौंसला पैदा करने वाले पत्रकार थे । वे राजनेताओं शासन,प्रशासन की चाटुकारिता से परहेज करते थे । उन्होंने जिले में न केवल पत्रकार पैदा किए वरन अखबार पैदा किए ।पत्रकारों के संगठन,उपन्यासकार,साहसिक कवि,लेखक और साहित्यकार भी थे । वे जिददी स्वभाव के पत्रकार थे ।ये ही कारण है कि वे किसी अफसरों के कार्यालय में नजर नहीं आते थे ।उनका असमय चला जाना जिले की ही नहीं वर सम्पर्ण प्रादेशिक पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है ।
आयोजन में जिला पत्रकार संघ द्वारा वर्ष 2018.19 में कक्षा 12 वीं में 93 प्रतिशत अंक अर्जित कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली पेटलावद तहसील के ग्राम बनी की छात्रा कु. राधा पाटीदार सम्मान पत्र एवं 1555 रूपए के साथ किया गया । सम्मानकी श्रृंखला में बामनिया नगर के पेपर वितरक कर्मवीरों का भी सम्मान किया गया ।
जिला पत्रकार संघ श्री संजय भटेवरा एवं साथियों द्वारा जिला पत्रकार संघ द्वारा स्व. श्री यशवंतजी घोडावत की स्मृति में प्रदान किए जाने वाला जिले के उदयमीन पत्रकारिता पुरूस्कार से इस वर्ष मेघनगर के युवा पत्रकार श्री राजेन्द्र सोनगरा का स्मृति चिंह और प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया गया ।प्रशस्ति पत्र का वाचन महासचिव श्री अक्षय भटट ने किया। आजीवन प्रखर पत्रकारिता के पुरूस्कार से इस वर्ष थांदला के वरिष्ठ पत्रकार श्री ओमप्रकाश जी भटट को सम्मानित किया गया । प्रशस्ति पत्र का वाचन पेटलावद के वरिष्ठ पत्रकार श्री मनोज जानी ने किया । जिला पत्रकार संघ द्वारा स्व.श्री यशवंत जी घोडावत की स्मृति इस वर्ष आरंभ किए मरणोपरांत प्रदान किए जाने वाले सर्वकालिक संघर्षशील पत्रकारिता सम्मान से झाबुआ के वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री कन्हैयालाल पंवार को सम्मानित करते हुए उनके सुपुत्र वरिष्ठ पत्रकार श्री यशवंतसिंह पंवार को प्रदान किया गया । प्रशस्ति पत्र का वाचन पत्रकार एवं अभिभाषक श्री मुकुल सक्सेना द्वारा किया गया।
जिला पत्रकार संघ द्वारा मेघनगर के पत्रकार श्री कविन्द्र उपाध्याय के असामयिक निधन हो जाने पर उनके परिजनों को प्रदान किए जाने के लिए 27,100 रूपए की राशि का चेक मेघनगर पत्रकार संघ को प्रदान किया गया।
आयोजन में सामाजिक, राजनीतिक एवं शेैक्षणिक विषयों पर दैनिक समाचार पत्र में साप्ताहिक स्तंभकार श्रीमती निवेदिता सक्सेना के आलेखों के संकलन पर प्रकाशित पुस्तक क्या है हमारी जिम्मेदारी के पृष्ठ विमोचन अतिथियों के कर कमलों से किया गया। आयोजनमें पधारे माननीय अतिथियों का स्मृति चिंह से सम्मान जिलाध्यक्ष श्री संजय भटेवरा, महासचिव श्री राजेश सोनी एवं श्री अक्षय भटट , वरिष्ठ पत्रकार श्री हरिशंकर पंवार ,बामनिया नगर अध्यक्ष सत्यनारायणसिंह गौड, राकेश गेहलोत , गौरव भण्डारी, अजय गांधी, शाबीर मंसूरी, दिलीप मालवीय, जीतू वैरागी, सुमित राठौर संतोष बसोड़आदि द्वारा किया गया। आयोजन का संचालन शिक्षक श्री ओमप्रकाश त्रिपाठी ने किया । आभार जिला पत्रकार संघ प्रवक्ता श्री राजेन्द्र वैध द्वारा व्यक्त किया गया।