अमझेरा। नगर में चल रहे एकादश हवनात्मक सग्रहमख सहस्त्रचंडी महायज्ञ का समापन शनिवार को पुर्णाहुति एवं महाआरती के साथ समन्न हुआ। जिसमें नगर अमझेरा सहीत आस-पास एवं दुरदराज के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन सम्मिलीत हुए तथा दिन एवं रात्रि में महायज्ञ यज्ञशाला की परिक्रमा कर धर्म का लाभ लिया। महायज्ञ महंत श्री घनष्यामदासजी महाराज के सानिध्य एवं श्रीश्री विद्याधाम के आचार्यगणों के द्वारा विधिविधान के साथ संपन्न हुआ जिसमें 36 जोड़ो ने सात दिनों करीब 12 लाख आहुतियॉ महायज्ञ में डाली साथ ही प्रतिदिन महालक्ष्मी माताजी का आकर्षक एवं नयनाभिराम श्रंगार किया गया। तीन दिवसीय रात्रिकालिन नानीबाई का मायरा सहीत पवनपुत्र सुंदरकांड की प्रस्तुती एवं बगलामुखी नलखेड़ा भजन मंडली के आयोजन ने समा बांध दिया। महायज्ञ के समापन पर नगर के कुषवाह समाज के द्वारा महाप्रसादी भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसादी का लाभ लिया। सहस्त्रचंडी महायज्ञ समिति के द्वारा महायज्ञ के निर्विघ्न संपन्न होने पर सभी दानदाताओं एवं सहयोगदाताओ व कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया।