राजगढ़। संसार तो प्रारंभ से हि दूख देता है, आनंदीत होकर जिवन व्यतीत करना है तों गोविंद से जुड़े रहे, गुरू से जुड़े रहे। तभी हमारा कल्याण होगा। उक्त उद्गार नगर में पुलिस थाना परिसर स्थित साई मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में ज्योतिषाचार्य श्री पुरूषोत्तमजी भारद्वाज माताजी मंदिर राजगढ़ ने दिया। साई भक्त मण्डल राजगढ़ द्वारा साई मंदिर पर श्रीमद् भागवत् ज्ञान यज्ञ एवं गुरू पुर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। भागवत् कथा का वचान कर रहें ज्योतिषाचार्य श्री भारद्वाज ने कहा की दुःख बाटने से बड़ेगा घटेगा नही। जब हम गोविन्द और गुरू की शरण में जायेंगे तब हमारा दुःख कम होगा। जिस तरह एप्लीकेशन सही जगह पर जाने से सरकारी विभागों में हमारा कार्य होता है उसी तरह प्रार्थना पत्र सही जगह जाना चाहिए। अपने गुरू, अपने गोविंद के पास प्रार्थना पत्र जायेंगा तभी आपका दुःख कम होंगा। अगर अपना दुःख किसी से कहना है तो अपने गोविंद से जाकर कहों, गुरू से जाकर कहों, गुरू प्रेम से आसुओं को पौछेंगे। बात तब बनेगी जब हम गुरू की, गोविंद की शरण में जायेंगे।
होगा विशाल भण्डारे का आयोजग:- प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु साई मंदिर पर भागवत कथा का श्रवण करने पहुंच रहें है। साई भक्त मण्डल द्वारा आयोंजित कार्यक्रम के तहत 8 जुलाई को भागवत कथा समपान एवं श्री सांई पालकी भव्य चल समारोंह निकाला जायेंगा। वहीं 9 जुलाई को पूर्णाहुति एवं विशाल भण्डारें का आयोजन किया जायेगा। पुलिस थाना परिसर स्थित साई मंदिर पर विगत कई वर्षो से साई भक्त मण्डल द्वारा गुरू पुर्णिमा महोत्सव बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है।